SAMUDRA KA PARYAYVACHI NO FURTHER A MYSTERY

samudra ka paryayvachi No Further a Mystery

samudra ka paryayvachi No Further a Mystery

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खिड़की – रोशनदान, बारी, दरीचा, वातायन,गवाक्ष,झरोखा।

कपड़ा – अंबर, पट, पोशाक, लिबास, दुकूल, परिधान,चीर, वसन, वस्त्र।

मैं इतना जानता हूँ कि वे खानदानी लोग हैं और उनके पास बहुत पैसा है। – पैसा

तलवार – खड़ग, करवाल, कृपाण, चन्द्रहास, असि, खंग, शमशीर, खंजर ।

चरित्र – चाल -चलन, चलन स्वभाव, व्यवहार, आचरण, करनी, शील, सदाचार, आचार।

जन्नत – स्वर्ग, सुरधाम, बैकुंठ, सुरलोक, हरिधाम।

लुच्चा – दुराचारी, बदमाश, कमीना, कुकर्मी।

आशीर्वाद – check here शुभकामना, आशीष, आशिष, शुभवचन, आर्शीवचन, धन्यवाद, दुआ।

 आत्मा – प्राणी, प्राण, जान, जीवन, चैतन्य, ब्रह्म, क्षेत्रज्ञ, सर्वज्ञ, सर्वव्याप्त, विभु, जीव ।

आज के युग में कई लोग धन को ज्ञान से बड़ी शक्ति मानते हैं।

डराना – आतंकित करना, भयभीत करना, हतोत्साहित करना, भयातुर करना, थर्रा देना।

 औरत – स्त्री, जोरू, घरनी, महिला, मानवी, तिरिया, घरवाली।

छाया – छाँह, छाँव, परछाई, प्रतिबिम्ब, प्रतिकृति, साया, प्रतिच्छाया।

ध्वज – चिन्ह, निशान, अंक, झंडा, पताका, ध्वजा।

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